वशीकरण मंत्र किसे चाहिए - An Overview



वशीकरण में आमतौर पर हम माध्यम पर प्रयोग करते है लेकिन इसमें हम खुद को इतना मोहक बना लेते है की माध्यम हमारे आकर्षण में आ जाता है.

ये एक आसान सर्वजन वशीकरण मंत्र साधना है जिसके प्रयोग से आप सामने वाले को अपने आकर्षण में ला सकते है.

महा मोहिनी वशीकरण टोटका उन उपाय में से एक है जिनमे हम कामदेव की साधना करते है.

धन और व्यापार: धन की समस्याओं और व्यापारिक मुद्दों के समाधान के लिए भी वशीकरण मंत्र का उपयोग किया जाता है। यदि आप व्यापार में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं या धन समस्याओं से पीड़ित हैं, तो आप वशीकरण मंत्र का उपयोग कर सकते हैं। यह आपको व्यापार में वृद्धि और आर्थिक संघर्षों से छुटकारा प्रदान करने में मदद कर सकता है।

वशीकरण की प्रक्रिया में मंत्र, तंत्र और अन्य आध्यात्मिक साधनों का उपयोग किया जाता है.

वशीकरण ऊर्जा और आकर्षण के सिद्धांत पर काम करता है। इसमें विशेष मंत्रों और अनुष्ठानों का उपयोग किया जाता है, जो व्यक्ति के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करते हैं। इसके प्रमुख घटक निम्नलिखित हैं:

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना का तिलक का उपाय

विधि: पहले यह मन्त्र ग्यारह सौ बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर जब आँधी चल रही हो तब एक लौंग मुँह में रखकर खुली जगह पर खड़ा होकर इस मन्त्र को एक ही सांस में सात बार जप कर हाथ फैलाकर आँधी की मिट्टी को मुट्ठी में भर लें। फिर इस मिट्टी में मुख में रखी लौग को निकालकर पीस लें और मन्त्र से सात बार अभिमन्त्रित करके जिस भी स्त्री के सिर पर डाला जायेगा, वह जीवनभर के लिए साधक के प्रति मोहित हो जायेगी। फलानी के स्थान पर साध्य स्त्री का नाम लेना चाहिये।

श्री राम नाम खेली अकनक बीरी। सुनिये नारी बात हमारी। एक पान संग मंगाय। एक पान सेज सौं लावे। एक पान website मुख बुलावै। हमको छोड़ और को देखे। तो तेरा कलेजा, मुहम्मद वीर चक्खे।

त्रीं त्रीं त्रीं हूं, हूं स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं हूं हूं त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना में सावधानी

इनके निरंतर प्रयोग से आपके अन्दर का तेज और आकर्षण इतना बढ़ जाता है की आप खुद हैरान रह जायेंगे.

कामाख्या मंत्र को बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इस मंत्र को सिद्ध करने वाले साधक के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। मंत्र सिद्धि के नियम कठिन हैं इसलिए इसे मजाक में लेना खतरनाक है। इस दिशा में तभी आगे बढ़ना चाहिए जब आत्मविश्वास हो और उपलब्धि के प्रति प्रतिबद्धता हो। साधना के आरंभ में विनियोग, करणे, अंग न्यास करें। इसके बाद ध्यान के लिए अपनी चेतना को देवी के निम्नलिखित अतुलनीय स्वरूप पर केंद्रित करें-

देवी के अमृत वचन सुनने के लिए देवी सरस्वती और लक्ष्मी भी उत्सुक रहती हैं। तीनों लोकों में पूजी जाने वाली देवी कामाख्या दयालु और मंगलकारी हैं।

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